पुणे- पुणे मंडल रेल प्रबंधक श्रीमती इंदू दूबे एक्शन मोड़ में कल दिखाई दी। उनकी कार्यक्षमता पुणे के प्लेटफॉर्म पर उस समय धरातल पर दिखी जब वे अचानक पुणे प्लेटफॉर्म पर रेल यात्रियों की सुविधाओं का अचानक निरिक्षण करने पहुंची। यात्रियों की मूलभूत सुविधाएं शुद्ध पेयजल,किफायती दरों में प्लेटफॉर्म पर भोजन,नाष्टा उपलब्ध कराने,दलालों,अवैध हॉकरों को रेलवे सीमा से खदेड़ने,रेलवे अधिकारियों,कर्मचारियों की नकेल कसने जैसे कई ठोस कदम उठायी,जो एक सराहनीय और प्रशंसा योग्य कदम है। पांच दिन पहले जनरल बोगी में सीट दिलाने के बदले दलाल पैसे लेते कैमरे में कैद हुआ था। यह घटना डीआरएम मैडम इंदू दूबे के संज्ञान में लाया गया। घटना की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों को सख्त सजा देने का निर्देश दी है। आरपीएफ के कुछ जवानों की संदिग्घ भूमिका होने की चर्चा है। ऐसे चेहरे भी जल्द सार्वजनिक होंगे।
दिनांक 25.04.2024 को पुणे रेलवे स्टेशन पर गाडी क्रमांक 22943 दौंड-इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 11030 श्रीछशामट कोल्हापुर- छशिमट मुंबई कोयना एक्सप्रेस, 11033 पुणे – दरभंगा एक्सप्रेस, 16508 बैंगलुरु-जोधपुर एक्सप्रेस, 12780 हजरत निजामुद्दीन-वास्को द गामा गोवा एक्सप्रेस, 11302 बैंगलुरु- छशिमट मुंबई उद्यान एक्सप्रेस और 01425 पुणे-दानापुर स्पेशल फेअर एक्सप्रेस आदि गाड़ियों में यात्रा करने वाले यात्रियों को श्रीमती इंदू रानी दूबे(मंडल रेल प्रबंधक) एवं श्री बृजेश कुमार सिंह (अपर मंडल रेल प्रबंधक) पुणे के मार्गदर्शन में पुणे मंडल के कार्मिक विभाग एवं स्काउट और गाईड की टीम द्वारा मुफ्त में पीने का ठंडा पानी वितरित किया गया।
विगत कुछ दिनों से देश के अनेक हिस्सों में गर्मी की भीषण लहर चल रही है, रेल यात्रियों की सुविधा एवं सहायता को तत्पर पुणे रेलवे मंडल के कार्मिक विभाग द्वारा पुणे स्टेशन पर से गुजरने वाली तथा अधिक भीड़भाड वाली गाडियों के यात्रियों को पीने के पानी हेतु प्लेटफॉर्म पर उतरकर भीड़ करने से बचाने हेतु क्राउड मैनेजमेंट के अंतर्गत पीने के पानी का मुफ्त वितरण किया गया। इस अभियान में कार्मिक विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ ही स्काउट और गाईड के सदस्यों का भी सक्रिय सहभाग रहा।
पुणे मंडल रेल के डीआरएम-एडीआरएम के इस सराहनीय कदम के यात्रियों ने भूरी भूरी प्रशंसा की है। यात्रियों ने कहा कि ऐसी सुविधाएं निरंतर चलती रहनी चाहिए। केवल एक दिन या फोटो सेशन तक यह सीमट कर न रह जाए। उनकी टीम कार्य कर रही है अथवा नहीं इसकी निगरानी स्वयं रखें। कर्मचारियों की लापरवाही,गलतियों की वजह से पुणे रेल मंडल कई बार बदनाम हुआ है। उम्मीद है कि दलालों,अवैध हॉकरों का फिर डेरा प्लेटफॉर्म पर दिखाई नहीं देगा। मीडिया का कैमरा 24 घंटे अलर्ट मोड़ में हैं,रेल प्रशासन भी सतर्कता की भूमिका निभाएं।