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शहरवासियों को पवना बंद पाईपलाईन से मिलेगा स्वच्छ पीने का पानी,स्टे हटा,सरकार की मंजूरी

पिंपरी पिंपरी-चिंचवड़ शहर में पानी की समस्या के स्थायी समाधान का रास्ता अब साफ हो गया है। पवना बंद पाईपलाइन के माध्यम से पवना बांध से पानी की आपूर्ति करने के लिए शुरू की गई परियोजना का ‘जैसा है’ आदेश लगभग 12 वर्षों के संघर्ष के बाद हटा लिया गया था। भारतीय जनता पार्टी के विधायक महेश लांडगे द्वारा 2014 से शुरू किया गया प्रयास आखिरकार सफल रहा।

2011 में तत्कालीन राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट का ऑर्डर दिया
विधानसभा सत्र के मौके पर विधायक लांडगे ने विधानसभा सदन में इस मुद्दे को बार-बार उठाया था। 2011 में तत्कालीन राज्य सरकार ने इस प्रोजेक्ट का ऑर्डर दिया था। इसलिए, पिंपरी-चिंचवड़ पालिका को लगभग 170 करोड़ रुपये के नुकसान का खतरा था और अगर यह परियोजना आगे बढ़ती है, तो शहर की पानी की समस्या कम से कम 2050 तक हल हो जाएगी,ऐसा विधायक लांडगे ने कहा। राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।

48 एमएलडी पानी मिलने का रास्ता साफ
विधायक लांडगे ने कहा कि पवना बंद पाईपलाइन परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए राज्य सरकार, स्थानीय जन प्रतिनिधियों और स्थानीय स्व-सरकारी निकायों के अधिकारियों के बीच तत्काल बैठक होनी चाहिए। साथ ही तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए ’जैसा है’ आदेश को रद्द किया जाए और परियोजना का काम शुरू किया जाए। सदन में मांग की गई कि करीब 48 एमएलडी पानी मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। वह अब सफल हो गया है। इससे पिंपरी-चिंचवड़ शहर को नियमित जलापूर्ति करने में सुविधा होगी। साथ ही 2011 में इस परियोजना को राज्य सरकार ने बंद कर दिया था, इसलिए इस परियोजना को पूरा करते समय राज्य सरकार और केंद्र सरकार को परियोजना की लागत वहन करनी चाहिए। जल प्रदूषण और जल बचत को देखते हुए यह परियोजना महत्वपूर्ण होने वाली है। राज्य सरकार से मांग की जा रही है कि स्थानीय किसानों और जन प्रतिनिधियों से विचार कर परियोजना का काम शुरू किया जाये।

पवना बंद पाईपलाइन जलापूर्ति मंजूरी के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद-महेश लांडगे
पिंपरी-चिंचवड़ शहर की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने अगले 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए नए जलस्रोत के निर्माण को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया। इसलिए, आंध्र और भामा आस्केड परियोजनाओं से 267 एमएलडी पानी उपलब्ध कराया गया। अब उम्मीद है कि प्रशासन जल्द से जल्द पवना बैंडिस्ट जलवाहिनी परियोजना का काम शुरू करे और पिंपरी चिंचवड़ प्रचार की पानी की समस्या का स्थायी समाधान करे। साथ ही, पिंपरी-चिंचवड़करों के हितों को ध्यान में रखते हुए राज्य में महायुति सरकार द्वारा यह महत्वाकांक्षी निर्णय लेने के लिए मैं पिंपरी-चिंचवड़करों की ओर से राज्य सरकार का आभार व्यक्त करता हूं। ऐसा भोसरी से भाजपा विधायक महेश लांडगे ने कहा।

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