पिंपरी-पिंपरी चिंचवड शहर में ट्रॉफिक नियमों का सरेआम उल्लंघन करने वालों की अब खैर नहीं। चालक अगर नियम तोडक गाडी चलाते हैं यो 3 महिना उसका लाइसेंस रद्द किया जाएगा और साथ ही 10,000 रुपये का दंड लगेग। बिना लाइसेंस तीन महिना तक गाडी नहीं चला सकेगा। नए सिरे से लाइसेंस के लिए अप्लाय करना होगा।
पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहरों में नागरिकों द्वारा अक्सर परिवहन विभाग के यातायात नियमों का उल्लंघन किया जाता है। यदि चालक नया लाइसेंस प्राप्त किए बिना वाहन चलाता है,तो 10,000 का जुर्माना लगाया जाएगा। यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर आपका लाइसेंस तीन महीने के लिए तत्काल निलंबित कर दिया जाएगा। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने आरटीओ को ऐसे 650 से अधिक लाइसेंस निलंबित करने का प्रस्ताव दिया है। उनमें से 195 के लाइसेंस भी निलंबित कर दिए गए हैं। ऐसी कार्रवाई के बाद संबंधित वाहन चालकों को लाइसेंस के लिए नई प्रक्रिया अपनानी होगी। बिना नया लाइसेंस बनवाए वाहन चलाने पर 10 हजार का जुर्माना लगेगा।
किन नियमों को तोडने पर लगेगा जुर्माना?
पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ शहरों में नागरिकों द्वारा अक्सर परिवहन विभाग के यातायात नियमों का उल्लंघन किया जाता है। सड़क पर गलत दिशा में गाड़ी चलाना,नो एंट्री में गाड़ी चलाना,सिग्नल तोड़ना,भीड़-भाड़ वाले समय में फुटपाथ पर गाड़ी चलाना दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। अतः देखा जा रहा है कि दुर्घटनाओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। परिवहन विभाग ने इस पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। यातायात पुलिस अधीक्षक विट्ठल कुबड़े ने बताया कि बेलगाम वाहन चालकों को पकड़ने के लिए अनोखा तरीका अपनाया गया है। चालू वर्ष के दौरान 660 लाइसेंस रद्द करने के प्रस्ताव परिवहन विभाग को भेजे गये हैं। इनमें से 194 वाहनों के लाइसेंस रद्द कर दिये गये हैं। शेष लाइसेंस भी जल्द से जल्द रद्द किये जायेंगे।
ड्राइविंग लाइसेंस रद्द होने पर क्या कार्रवाई होगी?
वाहन का लाइसेंस रद्द होने पर चालक तीन माह तक वाहन नहीं चला सकेगा। अगर कार्रवाई करने वाला ड्राइवर बिना नया लाइसेंस लिए वाहन चलाता है तो 10,000 का जुर्माना लगाया जाएगा। यदि वाहन चलाते समय वाहन रद्द हो जाता है तो चालक को पहले की तरह लाइसेंस की प्रक्रिया करानी होगी।
शराब पीकर गाड़ी चलाने,गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने और अन्य नियमों को तोड़ने पर चालक का लाइसेंस निलंबित किया जा सकता है। यदि यातायात को अनुशासित करना है तो चालकों को नियमों का पालन करना ही होगा। यातायात विभाग द्वारा समय-समय पर नियमों के प्रति जनजागरण किया जाता है। लेकिन शहर में हर बार नियमों का उल्लंघन होता है। इसलिए कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।