पिंपरी-चिंचवड़ शहर में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने एक बार फिर कहा है कि वह सत्ता में नहीं आए ह््ैं। जनता ने हमें शासक के रूप में चुना। लेकिन विश्वासघात हुआ और हम विरोधी बन गए। चंद्रकांत पाटिल ने पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के कोविड केंद्र का आज दौरा किया। कोरोना महामारी में सबको अपनों को खोने का गम मना रहे है,समय पर इलाज न मिलने का गम मना रहे है और चंद्रकांत पाटिल को सत्ता खोने का गम मना रहे है। कोरोना महामारी में भी राजनीति करना तो कोई चंद्रकांत दादा पाटिल से सीखे। पिछले साल तक आघाडी सरकार एक महिने में गिर जाएगी,दो महिने में गिर जाएगी,हमें गिराने की जरुरत नहीं तीनों घटक दल खुद सरकार गिरा देंगे। हमारी सरकार बनने जा रही है। ऐसी बयानबाजी चंद्रकांत पाटिल,पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आए दिन करते थे। जब सिरकार नहीं गिरी तो इस विषय पर अब बोलना बंद कर दिए है। लेकिन सत्ता जाने का गम आज भी उनके दिल में चुभ रहा है। आज उनके दौरे के समय सोशल डिस्टिन्सिंग की खूब धज्जियां उडाई गई। नेता हो या कार्यकर्ता बडी संख्या में रैलम रैल की स्थिति में नजर आए।
कोरोना की रफ्तार तजे है। रेमेडिसवीर की जो कमतरता थी अब नियंत्रण में है। ऑक्सीजन का मुद्दा भी नियंत्रण में आ रहा है। कोरोना के इस माहौल में राजनीति करना उचित नहीं है। ऐसा बोलकर खुद ही राजनीति करते नजर आए कि बंगाल,पंढरपुर का चुनाव हम जीतेंगे। हमें शासक के रूप में चुना गया था। विश्वासघात हो गया और हम विरोधी बन गए्। प्रतिद्वंद्वी की भूमिका हम निभा रहे है। हम ऐसी किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो जनहित में नहीं दिखाई देगी।
उन्होंने अधिकारियों की आलोचना की। पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के घर पर छापा सीबीआई का दुरुपयोग था। इस आरोप के बारे में कहा कि कोर्ट मामले की जांच कर रहा है। अगर कोई कोर्ट का अवहेलना करेगा तो वे अदालनत में जनहित याचिका दायर करेंगे।
सोशल डिस्टिन्सिंग की धज्जियां उडीं
चंद्रकांत पाटिल ने कोविड केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने एंबुलेंस का भी उद्घाटन किया। इन दोनों आयोजनों में हिस्सा लिया। लोग एक-दूसरे के बगल में खड़े थे। तो सामाजिक दूरी तार तार हुई। जब इस जगह पर सख्त प्रतिबंध हैं,तो क्या राजनेताओं के लिए विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए कोई अलग नियम हैं? इस आयोजन के अवसर पर ऐसा प्रश्न पूछा जा रहा है।