पुणे– पुणे जिले में कोरोना बेलगाम हो चला है। इसी के चलते आज उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अध्यक्षता में पुणे में एक एमरजंसी बैठक बुलाई गई। बैठक में पिंपरी चिंचवड मनपा के महापौर ऊषा माई ढोरे,पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश,पुणे पुलिस आयुक्त अभिताभ गुप्ता,पुणे मनपा के महापौर मुरलीधर मोहोल,आयुक्त विक्रम कुमार,जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख,विभागीय आयुक्त सौरव राव,सांसद गिरिष बापट,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल आदि मान्यवर उपस्थित थे।
पुणे जिले में लॉकडाउन लगाना चाहिए या नहीं इस विषय पर भारी मंथन का दौर चला। आखिर में निर्णय लिया गया। पुणे,पिंपरी चिंचवड समेत जिले के अंदर लॉकडाउन नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है। लेकिन कठोर नियमों को लागू करने का आदेश जारी किया गया। पुणेकरों ने राहत की सांस ली कि कम से कम लॉकडाउन से बच गए। मगर जो नियम लादे गए उसका उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई के आदेश दिए गए। कोरोना संबंधित क्यो कठोर निर्णय लिए गए? आओ बताते है।
1) 31 मार्च तक जिले के सभी स्कुल कॉलेज बंद रहेंगे।
2) होटल,रेस्त्रा रात 10 बजे तक शुरु रखने की अनुमति। आसन क्षमता से 50% ग्राहकों को प्रवेश की अनुमति
3) होटल का खाना होम डिलिवरी रात 11 बजे तक शुरु रखने की छूट रहेगी।
4) सिनेमा हॉल में आसन क्षमता से 50% के साथ संचालित करने की अनुमति। लेकिन सिनेमा 10 बजे के बाद बंद रखना होगा।
5) सडक किनारे हाथगाडी,ठेला,टपरी ढाबा में खाना खाने वालों के लिए 5 से अधिक ग्राहक इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
6) राजनीतिक,धार्मिक,शादी विवाह समारोह आदि सामाजिक सार्वजनिक कार्यक्रमों में केवल 50 लोगों की उपस्थिति को अनुमति रहेगी। ओपन जगह में
कार्यक्रमों के लिए 100 लोग की उपस्थिति की अनुमति दी गई है।
7) कोचिंग सेंटर और लायब्रेरी को 50% क्षमता पर संचालित करने की अनुमति दी गई है।
8) रात 10 से सुबह 6 बजे तक लोगों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध मतलब संचारबंदी लागू रहेगा।
9) रात पाली में काम करने वालों को राहत देते हुए निर्णय लिया गया कि घर से कार्यालय तक आने जाने की अनुमति रहेगी। आयकार्ड साथ रखना होगा।
10) एमपीएससी और यूपीएससी के छात्रों के लिए कोचिंग सेंटर में 50% प्रवेश को अनुमति दी गई है।
11) सोसायटी,क्लब हाऊस 31 मार्च तक पूर्ण बंद रखने का आदेश दिया गया है।
12) सुबह के पहर वॉकिंग के लिए गार्डन खुले रहेंगे लेकिन शाम को पूर्ण रुप से बंद रहेंगे।
ऐसी जानकारी बैठक के बाद पत्रकार परिषद् में विभागीय आयुक्त सौरव राव ने दी।