
पिंपरी- पिंपरी चिंचवड मनपा में शिवसेना गुटनेता राहुल कलाटे ने महापौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि माई मेरी आई जैसी है । मगर महापौर के रुप में रिमोर्ट कंट्रोल पर चलती है। महासभा महापौर माई उषा ढोरे नहीं बल्कि भाजपा के विधायक लक्ष्मण जगताप चला रहे है। जगताप के आदेशानुसार महासभा में बोलने नहीं दिया जाता। एक सदस्य के अधिकारों का हनन है। महापौर की दादागिरी है। कहीं का गुस्सा कहीं निकाला जा रहा है। विधानसभा चुनाव में जगताप के विरुद्ध निर्दल प्रत्याशी के रुप में लडा और 1 लाख 10 हजार वोट पाया। उसी का गुस्सा महासभा में दिखाई दे रहा है। यही कारण है कि महापौर बोलने नहीं दे रही है। शहरवासियों पर जबरन लादे गए पुरानी इमारतों पर अतिरिक्त 2.5 गुना टैक्स जैसे महत्वपूर्ण विषय पर बोलना चाहता था। इस पर वोटिंग करवाना चाहता था कि कौन जनता के साथ और कौन जनता के खिलाफ है। लेकिन आवाज दबाने का काम हुआ। हंगामा के बीच 4 मिनट में 24 विषय को मंजूर किया गया। इसी दौरान चोर दरवाजे से कई उपसूचनाओं को भी मंजूर किया गया। महापौर महिला होने का फायदा उठा रही है। ऐसी प्रतिक्रिया राहुल कलाटे ने पत्रकारों को दी।महासभा में आज जोरदार हंगामा हुआ। सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष शिवसेना-राकांपा ने जमकर एक दूसरे पर कीचड उछाले। शिवसेना के राहुल कलाटे को महासभा में बोलने न देने पर उठे विवाद में भाजपा ने महापौर पर गिलास फेंकने का आरोप लगाते हुए अपमान करने की संज्ञा दी। कलाटे ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि गिलास अपनी टेबल पर पटका न कि महापौर को फेंककर मारा। भाजपा को महासभा में हंगामा करना था। ताकि उनकी सोची समझी साजिश सफल हो जाए। उधर भाजपा की तेज तर्रार नगरसेविका सीमा सावले ने मुद्दे को गेंद की तरह उछालते हुए गिलास महापौर की ओर खिंचकर मारने का आरोप लगा दी। महासभा में हंगामा करते बाहर दर्शक गैलरी तक आयी और जमकर स्टंटबाजी करते हुए राजनीतिक रोटियां सेंकी।