इंद्रायणी थडी मेला महाराष्ट्र की संस्कृति को चरितार्थ करने का व्यासपीठ-महेश लांडगे
पिंपरी- महाराष्ट्र का सबसे बडा मेला इंद्रायणी थडी का उद्घाटन गुरुवार के दिन पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे. ऐसी जानकारी मेले का संयोजक व भाजपा विधायक महेशदादा लांडगे ने आज पत्रकार परिषद में दी. महेश लांडगे ने कहा कि यह कोई मामूली मेला नहीं बल्कि महाराष्ट्र की संस्कृति को चरितार्थ करने का व्यासपीठ है. महिलाओं को सक्षमीकरण व स्वयंलंबी बनाना मुख्य उद्देश्य है. इस अवसर पर पूर्व महापौर राहुल जाधव, नितिन कालजे, रवि लांडगे, शिवांजली सखी मंच के संयोजिका पूजा महेश लांडगे आदि मान्यवर उपस्थित थे. मेला भोसरी के गांवजत्रा मैदान में 30,31 जनवरी और 1,2 फरवरी कुल 4 दिनों तक चलेगा.
मेले में महिलाओं को रोजगार देने के लिए कुल 800 स्टॉल निशुल्क वितरित किए गए है.अपने हाथों से बनाए वस्तू की विक्री कर सकती है. जो भी मुनाफा होगा पूरा उनका होगा. किसी भी प्रकार का टैक्स, चंदा देने की जरुरत नहीं,
महिलाओं की सुरक्षा को सबसे ज्यादा प्रदान दिया गया है. खुद की रक्षा करने के लिए टे्रनिंग दी जाएगी. मेले में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है. अयोध्या राम मंदिर और महाराष्ट्र की शान महात्मा ज्योतिबा फुले वाडा की प्रतिकृति दर्शन के लिए बनायी गई है. महेशदादा लांडगे ने कहा कि पिछले वर्ष 4 करोड की कमाई महिलाओं ने की. इस बार ज्यादा स्टॉल है. उनके गे्रंड फादर बचपन में इंद्रायणी नदी आलंदी ले जाते थे इसलिए बचपन में दिमाग में जो छाप पडा वो इंद्रायणी थडी के नाम के रुप में उभरा. महेशदादा ने यह भी कहा कि बचपन से वो रामभक्त है इसलिए कोई उनको रामभक्ति, अयोध्या मंदिर का पाठ न पढाएं. महिलाओं के खेल जो वर्तमान युग में लुप्त होता जा रहा है उसे जिंदा रखने के लिए महिला खेल, नृत्य,सांस्कृतिक डांस, मैजिक शो आदि का आयोजन भी किया गया.