शंकर जगताप समर्थकों का महाकुंभ: आनंदोत्सव या विजयोत्सव?
पिंपरी-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने कल अपनी पहली लिस्ट जारी करके लीड ले ली है। इस लिस्ट में कुल 99 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हुई। चिंचवड से अनुमान के मुताबिक भाजपा शहर अध्यक्ष शंकर जगताप और भोसरी से दो बार के विधायक महेश लांडगे के नामों की घोषणा होते ही हजारों की संख्या में दोनों के समर्थक उनके निवास और कार्यालय में महाकुंभ का मेला लगा दिया। लड्डू पेढा खिलाकर शुभेच्छा की वर्षा की। वहीं कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और आनंदोत्सव मनाया। नजारा देखकर ऐसा लगा कि मानों यह आनंदोत्सव नहीं जीत का विजयोत्सव मनाया जा रहा है।
कार्यकर्ताओं ने शंकर जगताप को कंधे पर उठाकर जुलुस निकाले,शंकर जगताप अपने हाथ में भाजपाई झंडा लहराते नजर आए। विधायक अमित गोरखे,पुराने भाजपा नेता सदाशिव खाडे,राजू दुर्गे,नामदेव ढाके,भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा अध्यक्ष आकाश सुखलाल भारती समेत कई पूर्व नगरसेवक,पदाधिकारी शुभेच्छा देते नजर आए।
चिंचवड विधानसभा का हर व्यक्ति,हर कार्यकर्ता जगताप परिवार-शंकर जगताप
शंकर जगताप ने अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,गृहमंत्री अमित शाह,भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा,उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीवस,उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का आभार व्यक्त किया। श्री जगताप ने कहा कि चिंचवड विधानसभा क्षेत्र का हर व्यक्ति,हर कार्यकर्ता जगताप परिवार का हिस्सा है। हमारे परिवार में कोई विवाद नहीं। स्व.लक्ष्मण जगताप ने हमको निष्ठा,एकता का पाठ पढाया है। भाजपा लोकतंत्र को मानने वाली पार्टी है। लोकतंत्र में हर किसी को टिकट मांगने का अधिकार है,स्वतंत्रता है। पार्टी निष्ठा सर्वोपरि है। जो उम्मीदवारी मांग रहे थे वे निश्चित रुप से मेरा काम करेंगे ऐसा मुझे विश्वास है। महाविकास आघाडी की चुनौती कल भी नहीं थी आज भी नहीं है और भविष्यकाल में भी नहीं रहेगी। लोकसभा चुनाव में फेक नेरेटिव फैलाया गया,मतदाता उसके झांसे में आ गई लेकिन अब जनता जागरुक हो गई,इनके फेक नेरेटिव के चक्कर में नहीं आएगी।
शंकर जगताप को मेरा पूरा आशीर्वाद और सहयोग-अश्विनी जगताप
विधायक अश्विनी जगताप ने कहा कि मेरा आशीर्वाद,सहयोग हमेशा शंकर जगताप के साथ पहले भी था और आज भी है। टिकट कटने का कोई मलाल नहीं हमारे बीच कोई विवाद नहीं,क्योंकि हम एक ही घर में रहते हैं,एक टेबल में बैठकर खाना खाते हैं। छोटा मोटा नोंकझोंक हर घर में होता है। अपने घर के एक सक्षम व्यक्ति के पीछे मजबुती से खडा रहना मेरा कर्तव्य था वह मैंने निभाया। स्व.लक्ष्मण जगताप ने एक कल्पवृक्ष लगाकर गए हैं। उसकी छांव में रहकर सभी कार्यकर्ता उसी तरह शंकर जगताप के लिए निष्ठा से काम करेगें जैसे कभी स्व.जगताप के लिए काम किया करते थे। मुझे विश्वास है कि शंकर जगताप भारी मतों से विजयी होंगे।