पिंपरी- आज आप परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद व्यावहारिक दुनिया में प्रवेश करेंगे। अब आपके जीवन का लक्ष्य नौकरी, व्यवसाय करके घर बसाना होगा। लेकिन, फिर भी हमेशा एक स्टूडेंट की भूमिका में रहें, नई चीजें सीखें। बदलते समय के साथ खुद को बदलते रहें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप जीवन में सफल हो पाएंगे। ऐसा मार्गदर्शन मशहूर अंग्रेजी लेखक, स्तंभकार, यूट्यूबर डॉ.चेतन भगत ने विद्यार्थियों को दिया। डी.वाई पाटिल बी स्कूल PGDM डिग्री के साथ स्नातक करने वाले छात्रों का आज पदवीदान समारोह के अवसर पर बोल रहे थे।
डॉ. डी.वाई पाटिल बी स्कूल के छात्रों का स्नातक समारोह विश्वविद्यालय मुख्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। चेतन भगत समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे। प्रसिद्ध प्रशिक्षक और आध्यात्मिक मार्गदर्शक खुर्शीद बटलीवाला और ध्यान विशेषज्ञ और व्यावहारिक चिकित्सक दिनेश घोडके सम्मानित अतिथि थे। इसके अलावा डॉ. डी.वाई पाटिल विश्वविद्यालय के प्रो कुलपति डॉ.भाग्यश्रीताई पाटिल, विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. एन. जे. पवार, डॉ.रोहिणीताई सोमनाथ पाटिल, निदेशक डॉ. अमोल गावंडे, अधिष्ठाता डॉ.अतुल कुमार व अन्य मान्यवर उपस्थित थे।
कॉकरोच की तरह हर परिस्थिति में खुद को ढालें-चेतन भगत
इस अवसर पर बोलते हुए, चेतन भगत ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन और भाषण के माध्यम से छात्रों को जीवन में सफल होने के 11 सूत्र समझाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को कभी नजरअंदाज न करें, जीवन की प्रतिस्पर्धा में सदैव आगे रहने का प्रयास करें, आज के युग में अंग्रेजी भाषा आनी जरूरी है। लेकिन सरल अंग्रेजी सीखें। अंग्रेजी आना जरूरी नहीं है। जिन लक्ष्यों को आप प्राप्त करना चाहते हैं, उनका लगातार पीछा करते रहें। हमेशा स्थिति से तालमेल बिठाने का प्रयास करें। कॉकरोच की तरह हर परिस्थिति में खुद को ढालें, कहीं भी एक कोने में रहता है। बहुत बड़ा लक्ष्य निर्धारित न करें। बड़े लक्ष्य की ओर छोटे-छोटे कदम बढ़ाएँ। इसे पारित करने का प्रयास करें। हाथी को तुरंत निगलने की कोशिश न करें। लोगो से बातें करो। चाहे आप कितना भी सीख लें, लोगों से संवाद करने का कौशल किसी स्कूल में नहीं हासिल किया जा सकता। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कमाओ, बचाओ और निवेश करो की त्रिमूर्ति को हमेशा याद रखें। अन्यथा, जीवन खोखले दमदौलाओं के पीछे और ईएमआई का भुगतान करते हुए व्यतीत हो जाएगा। मैंने इस त्रिमूर्ति को लागू किया ताकि मैं अपनी नौकरी छोड़ सकूं और वह लेखन कर सकूं जो मुझे पसंद है। भगत के भाषण की विद्यार्थियों ने दिल खोलकर सराहना की।
जीवन में सफल होने के लिए गेट का सूत्र अपनाओ-खुर्शीद बाटलीवाला
खुर्शीद बाटलीवाला ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए जीवन में सफल होने के लिए गेट का सूत्र बताया। उन्होंने कहा कि आप क्या चाहते हैं यानी लाभ निर्धारित करें। इसके लिए प्रयास और समय का सदुपयोग करें। अपने मन की शांति से कभी समझौता न करें। अच्छा भोजन, गहरी नींद, उचित श्वास और शांत मन एक सफल जीवन की कुंजी हैं।
ध्यान के विशेषज्ञ और व्यावहारिक चिकित्सक दिनेश घोडके ने भी एक निर्देशित भाषण दिया। डॉ. भाग्यश्री पाटिल ने प्रस्तावना भाषण दिया। अतिथियों का स्वागत उनके द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.अर्पित त्रिवेदी एवं डॉ.सोनाली शाह द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन अधिष्ठाता डॉ.अतुल कुमार ने किया।