
पुणे-पुणे के वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश पांडेय को पुणे रेलवे आरक्षण केंद्र के आरक्षण पर्यवेक्षक के.प्रसाद ने अभद्र भाषाशैली का प्रयोग करते हुए गंदी गंदी गालियां दी,मारने की धमकी दी। पत्रकारों का एक शिष्टमंडल आज पुणे रेल मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक(एडीआरएम) सिंह से मिला और लिखित शिकायत की। सख्त कार्रवाई करने की मांग की। एडीआरएम बी.के.सिंह ने पत्रकारों को आश्वासन दिया है कि संबंधित पर्यवेक्षक पर कार्रवाई करेंगे। साथ ही इस मामले में एक जांच कमेटी गठित की जाएगी,जिसमें पत्रकारों का एक प्रतिनिधि को शामिल होगा। पिंपरी चिंचवड शहर पत्रकार संघ और पत्रकार हल्ला विरोधी कृती समिति की ओर से एक ज्ञापन सौंपा गया।
पत्रकार पांडेय ने बताया कि वे 24 मई को एक पत्रकार के लिए पुणे के आरक्षण केंद्र पर टिकट निकालने विंडो नंबर 30 पर गए थे। वहां डियूटी पर तैनात आरक्षण पर्यवेक्षक के.प्रसाद से फार्म मांगा। लेकिन प्रसाद ने देखकर अनदेखी की। दोबारा फिर पांडेय ने फॉर्म देने की विनंती की। इतनी सी बात पर के.प्रसाद भड़क गए और अपनी सीट पर से खड़े होकर गंदी गंदी गालियां देने लगे। बाहर निकलकर मारने की धमकी दी। इस मामले को लेकर आज पत्रकारों का एक शिष्टमंडल एडीआरएम से मुलाकात किया। शिष्टमंडल में आईबीएन लोकमत चैनल के वरिष्ठ पत्रकार गोविंद वाकडे,शाम टीवी के गोपाल दादा,टीवी 9 के योगेश बोरसे,यूएनआई के पुणे जिला ब्यूरो चीफ श्रीप्रकाश पांडेय,पिंपरी चिंचवड शहर पत्रकार संघ के अध्यक्ष दादा आढवराव,व्हीएसआरएस न्यूज के कार्यकारी संपादक संतलाल यादव,महेश मंगवले,भीमराव तुरुकमारे,पोलिसनामा के ओंमकार,अनिल सिंह,भरत शाह,प्रितम शाह,स्मिता जगताप,प्रवेश शेख,कलिंदर शेख,वाजिद खान,रविंद्र तिखे,संतोष गराडे,अमोल कानगुडे,कल्पेश गराडे ,अमोल काणगुडे,अक्षय घरबुडवे,बालाजी डहाले आदि वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे।
पत्रकारों का शिष्टमंडल ने संबंधित पर्यवेक्षक के निलंबन की मांग की। साथ ही यह भी संज्ञान ने लाया कि पिछले 30 वर्षों से यह पर्यवेक्षक पुणे रेल मंडल के आधीन कार्यरत है। दूसरे मंडल में इसका तबादला नहीं होता। अगर एक पत्रकार के साथ ऐसा अभद्र व्यवहार होता है तो आम जनता के साथ यह कैसा पेश आता होगा,यह सहज समझा जा सकता है। एडीआरएम वी.के.सिंह ने मामले को काफी गंभीरता से लिया है और आश्वासन दिया है कि 3-4 दिनों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
