पुणे-राज्य शिक्षा विभाग के सत्यापन में सामने आया है कि प्रदेश में 800 स्कूल फर्जी हैं। अगर 100 स्कूल हमेशा के लिए बंद कर दिए गए है,शेष 700 स्कूलों का क्या किया जाए? इस पर शिक्षा विभाग जल्द फैसला लेगा। इन फर्जी स्कूलों में सीबीएसई,आईसीएसई,आईबी और राज्य शिक्षा बोर्ड के स्कूल शामिल हैं। राज्य शिक्षा विभाग द्वारा कराए गए सत्यापन में यह जानकारी सामने आयी है।
1300 स्कूलों का निरीक्षण, 800 स्कूलों के दस्तावेजों में गड़बड़ी, 300 स्कूलों को नोटिस
शिक्षा विभाग ने राज्य में अनाधिकारिक रूप से चल रहे करीब 1300 स्कूलों का निरीक्षण किया। इनमें 800 स्कूलों के दस्तावेजों में गड़बड़ी पाई गई है। इनमें से करीब 43 स्कूल पुणे में हैं। जब दस्तावेजों की जांच की गई तो उनमें गंभीर त्रुटियां पाई गईं। इसलिए स्कूलों की गहनता से जांच की गई। यह संबंधित बोर्ड के अनुमोदन प्रमाण पत्र और सरकार द्वारा जारी किए गए संलग्न प्रमाण पत्र के साथ तीन दस्तावेजों अर्थात् अनापत्ति प्रमाण पत्र यानी स्कूल की एनओसी का सत्यापन कर रहा है। शिक्षा आयुक्त सूरज मंधारे ने कहा है कि इन सभी दस्तावेजों में दस्तावेज नहीं होने पर स्कूल की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। अभी तक बिना दस्तावेज वाले तीनों स्कूलों को फर्जी स्कूल कहा जा सकता है। कुल 77 ऐसे स्कूलों की पहचान की गई है। 300 स्कूलों को नोटिस दिया गया है।
अभिभावक यूआईडी पोर्टल पर जाकर स्कूल का रजिस्ट्रेशन नंबर चेक करें
र माता-पिता अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं। इसलिए कई अभिभावक अपने बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला दिलाते हैं। भारी भरकम फीस देते हैं। कोई भी वस्तु खरीदते समय माता-पिता उसके बारे में गहन पूछताछ करते हैं। लेकिन वे उस स्कूल के बारे में नहीं पूछते जहां बच्चे पढ़ते हैं। इसलिए मंधारे ने अपील की है कि अभिभावक यूआईडी पोर्टल पर जाकर स्कूल का रजिस्ट्रेशन नंबर चेक करें।
100 स्कूलों पर जुर्माना,तीन चरणों में कार्रवाई
तीन चरणों में कार्रवाई की जा रही है जो ऐसे स्कूल हैं जिनके पास कोई सरकारी दस्तावेज नहीं है, कुछ स्कूलों में फर्जी दस्तावेज पाए गए हैं और कुछ स्कूलों के पास बोर्ड का प्रमाणपत्र संलग्न नहीं है। इन स्कूलों को बंद करने का नोटिस दिया गया है। 100 स्कूलों पर जुर्माना लगाया गया है। 100 स्कूलों पर प्रतिदिन 10 हजार रुपए जुर्माना है।
कार्रवाई से छात्रों को कोई परेशानी नहीं होगी!
शिक्षा विभाग इस बात का ध्यान रख रहा है कि इस कार्रवाई से छात्रों को किसी तरह की दिक्कत न हो। ये स्कूल पिछले कुछ सालों में ही शुरू किए गए हैं। तो उस क्षेत्र में वैकल्पिक स्कूल भी उपलब्ध हैं। इसलिए मंधारे ने कहा है कि इस कार्रवाई से किसी भी छात्र के साथ अन्याय नहीं होगा। बताया जाता है कि बंद स्कूलों के छात्रों ने आसपास के स्कूलों में प्रवेश ले लिया है।
इसमें 329 असंबद्ध, 390 गैर मान्यता प्राप्त, 366 अशिक्षित, 100 बंद, 89 स्वीकृत स्कूल शामिल हैं। इनमें से कई विद्यालय एक से अधिक अनियमितताओं में आते हैं और फर्जी विद्यालयों की संख्या आयुक्त द्वारा 800 बताई जाती है।