मुंबई- मुंबई एंटी नार्कोटिक्स सेल की वर्ली यूनिट ने गुजरात के भरूच जिले में एक ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने भरूच के अंकलेश्वर इलाके से लगभग 513 किलोग्राम एमडी ड्रग्स बरामद किया है। जब्त की गई ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1,026 करोड़ रुपये है। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। इनमें से 5 लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और दो आरोपी एंटी नार्कोटिक्स सेल की कस्टडी में हैं।
इससे पहले मुंबई पुलिस ने शिवाजी नगर से जो ड्रग्स की खेप पकड़ी थी उसके बाद से ही पुलिस इसका सोर्स पता लगाने में जुटी हुई थी। मुंबई पुलिस को इस खेप को पकड़ने में पांच महीने तक मशक्कत करनी पड़ी है। मुंबई पुलिस की एंटी नार्कोटिक्स सेल इस पर लगातार काम कर रही थी। पुलिस को लगता है कि ये एक बड़ा अंतरराज्यीय ड्रग्स गिरोह है, जो कई राज्यों में फैला हुआ है।
ये गिरोह खासतौर पर युवाओं को निशाना बनाता है। ये ड्रग्स हाई प्रोफाइल सर्कल में सप्लाई की जाती है। बता दें कि, इससे पहले बीती 29 मार्च को मुंबई पुलिस की एंटी नार्कोटिक्स सेल की वर्ली यूनिट ने मुंबई के शिवाजी नगर इलाके से ड्रग तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने इनके पास से करीब 4.5 करोड़ रुपये के एमडी (ड्रग्स) का स्टॉक भी जब्त किया था। तभी से पुलिस इस गिरोह की जांच में जुट गई थी। एंटी नार्कोटिक्स सेल इसके बाद बीती 3 अगस्त को पालघर जिले के नालासोपारा (मुंबई के बाहरी इलाके) से 1,403 करोड़ रुपये मूल्य का 701 किलोग्राम मेफेड्रोन (एमडी) जब्त किया था। इस मामले में पुलिस ने एक महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।
इस रैकेट में शामिल महिला को 27 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर एक अन्य संदिग्ध को 2 अगस्त को हिरासत में लिया गया था। वहीं पांचवें आरोपी को 3 अगस्त को भारी मात्रा में ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया गया था। पांचवां आरोपी मेफेड्रोन तैयार करने के लिए ऑर्गेनिक केमिस्ट्री जानने वाला केमिस्ट्री ग्रेजुएट था।वह सोशल मीडिया के जरिए अपने ग्राहकों से संपर्क कर रहा था। सभी आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 के तहत मामला दर्ज किया गया था।