मुंबई-राज्य को आखिरकार कामकाज संभालने वाले 18 मंत्री मिल ही गए। आज एकनाथ शिंदे सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार शपथ विधि समारोह राजभवन में संपन्न हुआ। भाजपा के 9 और शिंदे गुट के 9 मंत्रियों को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शपथ दिलायी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस उपस्थित थे।
मुख्य विशेत्रताएं: मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों पर दांव लगाया गया। नए विधायकों को फिलहाल बाजू रखा गया है। जलगांव इसमें सबसे भाग्यशाली जिला साबित हुआ। यहां भाजपा कोटे से गिरिश महाजन और शिंदे गुट से गुलाबराव पाटिल मंत्री बनाए गए। भाजपा के दिग्गज डॉ.रंजित पाटिल,प्रकाश मेहता,प्रविश दरेकर,आशीष शेलार,चंद्रशेखर बावनकुडे,राम शिंदे का पत्ता कट गया है। जबकि शिंदे गुट से विजय शिवतरे साईड लाइन किए गए। मंत्रिमंडल में कुल 20 लोग शामिल हो चुके है, लेकिन आश्चर्य इस बात की हो रही है कि एक भी महिला को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई। मनपा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सूची तैयार की गई ऐसा माना जा रहा है।
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए राधाकृष्ण विखे पाटिल ने बीजेपी से पहली शपथ ली। फिर सुधीर मुनगंटीवार,चंद्रकांत पाटिल,विजयकुमार गावित,गिरीश महाजन,शिंदे समूह से विधायक गुलाबराव पाटिल,दादा भुसे,संजय राठौड़,सुरेश खाड़े,संदीपन भुमरे,उदय सामंत, तानाजी सावंत,रवींद्र चव्हाण,अब्दुल सत्तार,दीपक केसरकर,अतुल सावे,शंभूराज देसाई,मंगलप्रभात लोढ़ा ऐसे कुल 18 विधायकों ने शपथ ली।
इस शपथ ग्रहण समारोह में राज्य में विपक्ष के नेता अजीत पवार,केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे,केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े मौजूद थे।
शिंदे समूह के मंत्री
गुलाबराव पाटिल (कैबिनेट)
दादा भुस (कैबिनेट)
संजय राठौर (कैबिनेट)
संदीपन भुमरे (कैबिनेट)
उदय सामंत (कैबिनेट)
तानाजी सावंत (कैबिनेट)
अब्दुल सत्तार (कैबिनेट)
दीपक केसरकर (कैबिनेट)
शंभूराज देसाई (कैबिनेट)
बीजेपी में मंत्री
राधाकृष्ण विखे पाटिल (कैबिनेट)
सुधीर मुनगंटीवार (कैबिनेट)
चंद्रकांत पाटिल (कैबिनेट)
विजयकुमार गावित (कैबिनेट)
गिरीश महाजन (कैबिनेट)
सुरेश खाड़े (कैबिनेट)
रवींद्र चव्हाण (कैबिनेट)
अतुल सेव (कैबिनेट)
मंगलप्रभात लोढ़ा (कैबिनेट)
शिंदे-फडणवीस कैबिनेट की विशेषताएं
आज के कैबिनेट विस्तार में सभी 18 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
भाजपा के राधाकृष्ण विखे पाटिल ने पहली बार शपथ ली, जबकि शिंदे समूह से गुलाबराव पाटिल को पहली बार शपथ लेने का सम्मान मिला।
दिलचस्प बात यह है कि इस कैबिनेट में एक भी महिला नेता शामिल नहीं है। शिंदे-फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल को ’पुरुष प्रधान कैबिनेट’ कहा जा सकता है।
शिंदे गुट के आक्रामक चेहरे संजय शिरसाट को काट दिया गया है और पीछे रह गए अब्दुल सत्तार का नाम सामने आ गया है।
बीजेपी के आरोपों के चलते मंत्री पद गंवाने वाले संजय राठौर को फिर से मंत्री बनाया गया है।
एक महीने से कैबिनेट का इंतजार