पुणे- महाराष्ट्र के पुणे जिले से इन दिनों महिलाओं के गायब होने के मामले लगातार बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। बीते 7 महीनों में जिले के अंदर 840 महिलाएं गायब हुई हैं। जिला पुलिस के द्वारा साल 2022 में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक साल के शुरुआती 7 महीनों में 840 महिलाओं के की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसमें से 396 महिलाओं का अभी तक पता चल पाया है। सबसे ज्यादा जून के महीने में 186 महिलाएं महिलाओं की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। उसके बाद मई के महीने में 135 महिलाएं गायब हुई थी।
महिलाओं की गुमशुदगी का मामला गंभीर
पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नरेट की हद में 885 महिलाएं गुमशुदा हुई है। जबकि पुणे ग्रामीण पुलिस ने इस दौरान 743 महिलाओं के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज की है। महिला एवं बाल विकास कार्यकर्ताओं कार्यकर्ताओं के मुताबिक महिलाओं की गुमशुदगी का मामला एक गंभीर विषय है। जो मानव तस्करी से भी जुड़ा हो सकता है। वहीं प्रेम प्रकरण या पारिवारिक विवाद की वजह से भी महिलाएं घर छोड़ कर जा रही हैं। लेकिन परिवार की तरफ से ही महिलाओं कि ज्यादा खोजबीन न करना भी एक चिंता का विषय है।
क्यों गायब हो रही हैं महिलाएं
पुलिस के मुताबिक महिलाओं के घर से अचानक गायब होने के मामले उनके लिए भी चिंता का सबब बने हुए हैं। इन गुमशुदा मामलों में ज्यादातर महिलाओं ने पारिवारिक कलह और नौकरी की तलाश में घर छोड़ा है। हालांकि कई लोगों ने बाद में अपनी गलती को महसूस किया और वापस घर भी लौटी हैं। ज्यादातर महिलाएं 16 से 25 साल की हैं। जिन्होंने घरेलू झगड़े या घरवालों के साथ लगातार हो रहे झगड़े की वजह से घर छोड़ा था।
मानव तस्करी का भी शक!
पुलिस के मुताबिक गायब होने वाली महिलाओं में कई मानसिक रूप से कमजोर होती हैं। वहीं इस क्षेत्र में काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता और एनजीओ ऐसे मामलों को ज्यादातर मानव तस्करी से जोड़कर देखते हैं। जबकि पुलिस का मानना है कि ऐसे मामलों में गायब होने वाली औरतें अक्सर पारिवारिक विवाद, प्रेमी द्वारा प्रेमजाल में फंसाने, अवैध संबंध जैसी वजहों के चलते ऐसा करती हैं। वहीं पुलिस हर महिला को बचाने का अपनी तरफ से पूरा प्रयास करती है।
आजाद जिंदगी जीना चाहती हैं महिलाएं
पुलिस ने यह भी बताया कि कई महिलाएं जो वापस लौटी हैं। उनके मुताबिक वह उन्होंने घर इसलिए छोड़ा था क्योंकि वह एक आजाद जिंदगी जीना चाहती थीं। वह घर वालों के रूढ़िवादी और पारंपरिक विचारों से सहमत नहीं थी। इसलिए उन्होंने घर छोड़ा था। वहीं पुलिस ने यह भी माना कि कई मामलों में महिलाओं का अपहरण भी किया जाता है।