पुणे- पुणे के कात्रज घाट के पुराने सुरंग इलाके में एक बार फिर पहाडी धंसने से मार्ग पर पत्थर गिरे। हलांकि किसी के जान माल का नुकसान नहीं हुआ। सड़क पर एक बड़ा पत्थर गिरा था। इससे कात्रज घाट पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम हो गया। जेसीबी की मदद से पत्थर हटाकर यातायात के लिए मार्ग खुला किया गया। पिछले सात-आठ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बरसात के दिनों में पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन,पहाड़ धंसने,पत्थर गिरने की घटनाएं बढ़ी है। धनकवाड़ी सहकारनगर क्षेत्रीय कार्यालय का आपदा राहत दस्ता यहां पहुंचा। धनकवाड़ी के सहायक आयुक्त विजय वाघमोड़े ने बताया कि उनकी ओर से जेसीबी की मदद से सड़कों पर गिरे पत्थरों और पेड़ों की टहनियों को हटाया गया। यह तीसरी बार है जब इस घटना ने प्रशासन की नींद हराम कर दी है। इसलिए यह सड़क अगले कुछ दिनों के लिए खतरनाक हो गई है।
मूसलाधार बारिश ने बढ़ाई परेशानी
चार-पाँच बड़े-बड़े पत्थर पहाड़ से नीचे गिरे,दो पत्थर बीच सड़क पर गिरे। गनीमत रही कि घटना में कोई दुर्घटना नहीं हुई। हालांकि रात के समय ट्रैफिक सामान्य रहा। पुणे जिले में इस समय मूसलाधार बारिश हो रही है। पिछले सात-आठ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पुणे के लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है।
सार्वजनिक बांधकाम निर्माण विभाग की अनदेखी
कात्रज घाट में पिछले 15 दिनों में यह तीसरा भूस्खलन है। इस कात्रज घाट सड़क को राज्य विशेष राजमार्ग का दर्जा प्राप्त है। लोक निर्माण का दक्षिण विभाग रखरखाव और मरम्मत के लिए जिम्मेदार है। हालांकि,लोक निर्माण विभाग के अधिकारी रखरखाव और मरम्मत के लिए धन की कमी का हवाला देकर इसकी अनदेखी कर रहे हैं। इसलिए इस तरह की घटनाएं अक्सर देखने को मिलती हैं। आम नागरिक इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।