देहु,पुणे- सोमवार को पुंडलिक वरदे हरि विट्ठल,श्री ज्ञानदेव तुकाराम, पंढरीनाथ महाराज की जय की गूंज से देहुनगरी धन्य हो गई। श्री संत तुकाराम महाराज ऐसे भक्तिमय वातावरण में आषाढ़ी वारी के लिए पालकी समारोह में पंढरपुर के लिए रवाना हुए। महापूजा के बाद पालकी इनामदार वाडा में विश्रांति के लिए रुकी है,कल मंगलवार सुबह उद्योगनगरी पिंपरी चिंचवड की ओर प्रस्थान करेगी।
जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज का 337वां पालकी सोहला आज (सोमवार) पंढरपुर के लिए रवाना हुआ। कोरोना वायरस महामारी के दो साल के कठोर प्रतिबंध के बाद, तुकाराम .. तुकाराम .. का जाप करते हुए पालकी का प्रस्थान हुआ। भारी वारकरियों और पुलिस बंदोबस्त के बीच पालकी रवाना हुई। समारोह को हरिभक्ति के रंगों से भर दिया। आज सुबह हुई बारिश ने वारकरी को और भी खुश कर दिया।
संत तुकाराम पालकी उत्सव क्षण में सोमवार तड़के देहू में चहल-पहल सुबह 5 बजे से शिला मंदिर व विट्ठल-रखुमाई मंदिर में महापूजा व अन्य अनुष्ठान हुए। इनामदार वाड़ा में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक तुकोबा के चरणों में कीर्तन और पूजा के साथ पालकी समारोह हुआ। जुलूस शाम करीब चार बजे पंढरी के लिए निकली। इस मौके पर मावल के सांसद श्रीरंग बारर्णे,विधायक सुनील शेल्के,राकांपा विधायक रोहित पवार,उपमुख्यमंत्री अजित पवार की पत्नी सुनीता पवार,स्मिता चव्हाण, देहू संस्थान के अध्यक्ष नितिन महाराज मोरे आदि मौजूद थे।
जुलूस कल (मंगलवार) पिंपरी-चिंचवड़ शहर में प्रवेश करने वाला है। तुकोबा की पालकी कल आकुर्डी में रहेगी। कोरोना वायरस की दो साल की कड़ी पाबंदियों के चलते पंढरी उत्सव और भव्य पालकी समारोह से दूर रहे वारकरियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। दो साल बाद फिर भक्त-भगवान का अद्भूत संगम देखने को मिल रहा है।