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अण्णा बनसोडे देंगे तुकोबा को 21 किलो चांदी का सिंहासन 

पत्रकारों पर भड़के देहु संस्थान के अध्यक्ष नितिन मोरे,अजित पवार से मांगी माफी

पिंपरी- देहु में 14 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को बोलने नहीं दिया गया,इस सवाल पर आज देहु देवसंस्थान के अध्यक्ष नितिन मोरे महाराज भड़क गए, गुस्से में लाल लाल हो गए और पत्रकार परिषद से उठकर जाने लगे। राकांपा के विधायक अण्णा बनसोडे और पूर्व विधायक विलास लांडे द्धारा मानमनौव्वल के बाद मोरे महाराज फिर बैठे। पत्रकार परिषद में कुछ देर के लिए माहौल गर्म रहा। राकांपा के विधायक अण्णा बसनोडे और विलास लांडे कुछ क्षण के लिए अजीबोगरीब धर्मसंकट में फंसते नजर आए।

संस्था के बारे में भ्रांति फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। इसका सही समय पर सही जगह पर जवाब दिया जाएगा। संस्थान धार्मिक कार्य करता है। इसमें राजनीति न करें। सांसदों और विधायकों की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि संस्थान सही समय पर सही सवालों का जवाब जरूर देगा।

 

अण्णा बनसोडे देंगे तुकोबा को 21 किलो चांदी का सिंहासन

आज पिंपरी से राकांपा विधायक अण्णा बनसोडे ने पत्रकार परिषद बुलायी थी। इसमें संततुकाराम महाराज के लिए चांदी का सिंहासन,पादुका और साहित्य अर्पण करने की घोषणा की गई। पुणे के पालकमंत्री अजित पवार के हाथों 18 जून को यह अर्पण किया जाएगा। कुल 21 किलो के चांदी से यह तैयार किया गया है जिसकी लागत करीबन 65 लाख रुपये आया,ऐसी जानकारी खुद अण्णा बनसोडे ने दी। इस अवसर पर पूर्व विधायक विलास लांडे,अखिल भारतीय वारकरी महामंडल के अध्यक्ष ह.भ.प.प्रकाश महाराज बोधले,संत एकनाथ महाराज के वंशज योगीराज महाराज गोसावी पैठणकर आदि मान्यवर उपस्थित थे।

 

…जब नितिन मोरे महाराज प्रेस से उठकर जाने लगे

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अजित पवार को बोलने क्यों नहीं दिया गया? इस सवाल पर संस्थान के अध्यक्ष नितिन मोरे महाराज भड़क गए और यह दुष्प्रचार मीडिया द्धारा फैलाया गया ऐसा आरोप लगाया। हम राजनीति नहीं करते,प्रोटोकॉल के हिसाब से कार्यक्रम हुआ। यहां केवल सिंहासन अर्पण के बारे में बात होनी चाहिए। अगर अजित पवार के बोलने के मुद्दे पर पूछोगे तो मैं पत्रकार परिषद परित्याग करके चला जाऊंगा,ऐसा बोलकर प्रेस से उठ गए और जाने लगे।विधायक बनसोडे के मनाने के बाद वापस मोरे महाराज बैठ गए। नितिन महाराज प्रेस समाप्ति तक पत्रकारों से बगली झांकते नजर आए। आखिर में अजित पवार से नितिन मोरे महाराज सार्वजनिक माफी मांगी। अण्णा बनसोडे ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पहले सिंहासन अर्पण कार्यक्रम निर्धारित था। पुणे के पालकमंत्री अजित पवार खुद इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जो घटना घटी उसका हम निषेध करते है।

 

प्रधानमंत्री का कार्यक्रम भाजपा द्धारा हायजैक-विलास लांडे

विलास लांडे ने कहा कि यह अजित पवार का अपमान है। सरकार के प्रतिनिधि के रुप में आमंत्रित थे। लेकिन पूरा कार्यक्रम भाजपा वालों ने हायजैक कर रखा था। देवेंद्र फडणवीस को बोलने दिया जाता है लेकिन हमारे नेता अजित पवार को दबाया जाता है। वर्तमान में अजित पवार महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं और फडणवीस पूर्व मुख्यमंत्री। फिर दोनों में से बड़ा कौन हुआ? इस घटना का राष्ट्रवादी कांग्रेस तीव्र निषेध करती है। आयोजकों ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी से कई गुना अधिक संततुकाराम महाराज बड़े है,सम्मानित है। देहु के कार्यक्रम को भाजपा वालों ने पूरी तरह हायजैक कर लिया था। इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है।

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