नासिक- महाराष्ट्र का महाकुंभ नगरी नासिक भारत के तीर्थ स्थलों का द्धार है। यहां आदिकाल में समुंद्र मंथन हुआ। सबको कुछ न कुछ मिला। हमको अपने अतीत पर गर्व होना चाहिए। बच्चों को अच्छे संस्कार देकर गर्व करने लायक बनाना चाहिए। बच्चे हमारे देश के भविष्य है। ऐसा मनोगत राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने व्यक्त किए।
छगन भुजबल ने राज्यपाल संग किया मंच साझा
नासिक कुंभनगरी में गारगोटी निनिरल म्युजियम एवं एसएसके वर्ल्ड क्लब की ओर से आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का उद्घाटना राज्यपाल के करकमलों द्धारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर वे बोल रहे थे। महाराष्ट्र के खाद्य पूर्ति मंत्री व नासिक के पालकमंत्री छगन भुजबल ने राज्यपाल के संग मंच को साझा किया। ऐसी जानकारी राज्यपाल के मीडिया समन्वयक संजय प्रखर ने हमारे संवाददाता को दी।
पूरी दुनिया विकसित होते भारत को देख रही-राज्यपाल
राज्यपाल ने महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि पूरी दुनिया विकसित होते भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। हम सभी को भारत के गौरव को आगे बढ़ाना चाहिए। हमें आर्थिक रुप से मजबुत होने की आवश्यकता है। जिसमें महिलाओं की भूमिक महत्वपूर्ण है। के.सी. पांडे द्धारा संस्थापित रत्न,बहुमुल्य स्टोन व माणिकों के संग्राहलय की राज्यपाल ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की और कहा कि भारतीय प्राचीन पद्धति एवं संस्कृति में इन वस्तुओं का विशेष महत्व रहा है।
खेलों में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा-राज्यपाल
नासिक के सिन्नर में एसएस के स्पोटर्स क्लब द्धारा आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विभिन्न खेल प्रतिभागियों को अपने करकमलों द्धारा पुरस्कृत किया। स्पोटर्स क्लब को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए कहा। राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में खेलों में भारत विश्व का नेतृत्व करेगा। जिसमें महिलाओं की विशेष भूमिका रहेगी। अपने द्धित्तीय दिवसीय प्रवास एवं रामनवमी के अवसर पर राज्यपाल ने प्रसिद्ध कालाराम मंदिर तथा सीताद्धार(गुफा) के दर्शन कर लोक कल्याण और राष्ट्र की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
नासिक में आकर शांति की विभूति-राज्यपाल
स्थानीय जनता को संबोधित कर राज्यपाल ने कहा कि भारत में पवित्र तीर्थ स्थलों एवं विभिन्न कुंभों में नाशिक कुंभ का अपना विशेष महत्व है। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें नासिक में आकर आनंद,सुख,शांति मिलती है,मन शांत और उत्साहवर्धक होता है। नासिक भारत के तीर्थ स्थलों का द्धार है।