पुणे-चिन्मय देशमुख धोखाधड़ी मामले के आरोपी और आर्यन खान मामले के गवाह केपी गोसावी से पुणे पुलिस ने एक घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी है। वह सचिन पाटिल के नाम से विदेश में छिपा था। इस नाम का प्रयोग करके उसने बहुतों को धोखा दिया।पनवेल,लखनऊ,हैदराबाद,दिल्ली,पुणे ग्रामीण परिसर में वेश और नाम बदलकर पुलिस के आंखों में धूल झोंक रहा था। पुणे पुलिस ने आज सुबह 6 बजे एक लॉज से किरण गोसावी को गिरफ्तार किया। गोसावी लॉज में सचिन पाटिल के नाम से ठहरा हुआ था।
पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने आज पत्रकार परिषद में बताया कि पुणे पुलिस की टीम ने गोसावी को गिरफ्तार किया है जल्द ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। 2018 के एक धोखाधडी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अगर महाराष्ट्र की किसी जांच एजंसी को अन्य मामलों में पूछताछ करनी होगी तो हम गोसावी को उनके हवाले कर देंगे। वह एक एनजीओ का सदस्य होने का दिखावा भी करता था। वह लोगों को यह भी बता रहा था कि वह स्टॉप क्राइम ऑर्गनाइजेशन और सीआईपीसीए कंपनी का सदस्य है। उनका कारोबार निर्यात-आयात का है। वह जॉब प्लेसमेंट भी करता है। गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है।
गोसावी से संपर्क नहीं किया गया था
गोसावी ने हमें यह नहीं बताया कि वह आत्मसमर्पण करेगा। उन्होंने इस बारे में हमसे संपर्क भी नहीं किया। उन्होंने कहा मुझे नहीं पता कि उन्होंने मीडिया से क्या दावा किया,उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई राजनीति नहीं है। हमें पता चला कि वह पिछले दस दिनों से कहा कहां छिपा था। पुलिस के जाने के पहले वहां से फरार हो जाता था।
शिकायतकर्ता चिन्मय देशमुख का मिला सहयोग
इस केस के शिकायतकर्ता चिन्मय देशमुख ने इस मामले में हमारी काफी मदद की। हम चिन्मय द्वारा चार्जशीट में दी गई जानकारी को दाखिल करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चार्जशीट में जो कुछ बचा है,उसका उल्लेख किया जाएगा।
एनसीबी से कोई संपर्क नहीं
हमने अब अपने मामले पर ध्यान केंद्रित किया है। आर्यन खान मामले पर कोई फोकस नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनसीबी ने हमसे यह कहते हुए संपर्क नहीं किया कि ये बातें बाद में आएंगी। उन्होंने कहा,मुंबई पुलिस सहित किसी भी एजेंसी ने हमसे गोसावी को सौंपने के लिए संपर्क नहीं किया है।