पुणे- पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में कोरोना मरीजों की संख्या घट रही है,लेकिन म्यूकोमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के रोगियों की संख्या बढ़ रही है। जिला कलेक्टर कार्यालय ने शनिवार को बताया कि वर्तमान में शहर सहित जिले के 43 विभिन्न अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 461 रोगियों का इलाज किया जा रहा है। जो लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं उनमें ब्लैक फंगस मिल रहे है।
फिलहाल पुणे में 373, पिंपरी-चिंचवड़ में 78 और ग्रामीण इलाकों में 12 मरीजों का इलाज चल रहा है। 13 मई से अब तक 172 नए मरीज जुड़ चुके ह््ैं। एंटिफंगल दवाएं रोग के उपचार और इसकी कमी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ह््ैं। इसके लिए राज्य सरकार ने एक लाख 91 हजार इंजेक्शन खरीदने का कार्यादेश दिया है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर विजय सिंह देशमुख ने बताया कि इससे पहले जिला प्रशासन ने पुणे में मरीजों की संख्या और अस्पतालों की मांग के अनुसार दवाओं और इंजेक्शन की मांग दर्ज की थी।
43 अस्पतालों में इलाज के लिए दवा,इंजेक्शन की आपूर्ति
- इस बीमारी के लिए दवाओं की उच्च लागत के कारण इंजेक्शन की कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला स्तर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन के समान श्लेष्मा के लिए दवाओं का वितरण शुरू किया गया है। देशमुख के अनुसार, शनिवार को अस्पतालों में लिपोसोमल एम्फोटेरिसिन बी 50 एमजी इंजेक्शन की 260 गोलियां, इजावुकोनाजोल 372 एमजी इंजेक्शन की 25 गोलियां और पॉसकोनाजोल की 125 गोलियां वितरित की गई्ं।