पुणे- वैक्सीन की सीरम कंपनी पुणे में है। फिर भी पुणेकर वैक्सीन से वंचित है। सीरम के पूनावाला को पहले देश फिर विदेश की भूमिका निभानी चाहिए थी। शुरुआती दौर में किसी दूसरे देश को वैक्सीन देने की आवश्यकता नहीं थी। यही कारण है कि टीकों की कमी हो गई। ऐसी प्रतिक्रिया उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने की। अदार पूनावाला की वैक्सीन वितरण प्रणाली भूमिका पर सवाल खडा किया।
महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज विधान भवन में झंडा फहराया। फिर उन्होंने मीडिया के साथ राज्य में विभिन्न मुद्दों पर बात की। इस समय अजीत पवार ने कहा कि केंद्र ने टीकों को देने का पूर्ण अधिकार ले लिया है। हालांकि राज्य सरकार यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भारत बायोटेक से अधिक टीके कैसे लगाए जा सकते है। उन्होंने कहा कि सरकार यह देख रही है कि अपने नागरिकों का अधिक से अधिक टीकाकरण कैसे किया जाए्। उन्होंने आगे कहा कि कुंभ मेले और देश और राज्य में आम चुनावों से कोरोना पीड़ितों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इसे नियंत्रित करने के तरीकों पर काम कर रहा है।
राज्य आज 1 मई से 18 और 44 वर्ष की आयु के बीच के नागरिकों का टीकाकरण शुरू कर रहा है। इस आयु वर्ग की जनसंख्या 5 करोड़ 71 लाख है। हालांकि हमारा अनुमान है कि जनसंख्या लगभग 6 करोड़ होगी। तदनुसार खुराक को दो बार देना होगा क्योंकि 12 करोड़ खुराक लेनी होगी्। कैबिनेट बैठक में 6,500 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी गई है। अजीत पवार ने कहा कि हम पूरी राशि एक मुश्त देने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके राज्य को आज 3 लाख टीके मिले हैं और पुणे जिले के लिए 20,000 टीके उपलब्ध है।