पुणे- महाराष्ट्र में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। पुणे जिले में कोरोना बेलगाम हो गया है। आज नागपुर में एक हफ्ते के लिए लॉकडाउन की घोषणा हो चुकी है। कल 12 मार्च को पुणे में पालकमंत्री अजित पवार के नेतृत्व में आला अफसरों के साथ आपातकालीन बैठक बुलाई गई है।
जिलाधिकारी डॉ. राजेश देशमुख ने पिंपरी चिंचवड मनपा के महापौर,आयुक्त और पुणे के मनपा महापौर आयुक्त,विभागीय आयुक्त,स्वास्थ्य विभाग से संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को बैठक में बुलावा भेजा है। आकलन लगाया जा रहा है कि नागपुर की तर्ज पर पुणे में लॉकडाउन लगाने की घोषणा हो सकती है।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण पुणे के लोगों पर तालाबंदी की तलवार लटक रही है। पुणे में आयशर और टाटा इंस्टीट्यूट ने बुधवार को विभागीय आयुक्त कार्यालय को एक संशोधित रिपोर्ट सौंपी। आयशर और टाटा इंस्टीट्यूट द्वारा डिवीजनल कमिश्नर को सौंपी गई रिपोर्ट में निम्न सुझाव दिए है।
आयसर और टाटा रिपोर्ट में क्या सुझाव हैं?
– आवश्यक सेवाओं को छोड़कर दुकानें,सिनेमाघर बंद होने चाहिए
– पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम बंद होना चाहिए
– जहां संभव हो उन इलाकों में घर से काम शुरू करें
– सार्वजनिक कार्यक्रमों,राजनीतिक बैठकों को स्थगित कर दिया जाना चाहिए
पुणे में साल के बदलते ही कोरोना की स्थिति चौंकाने वाली है। इसलिए शहर में रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। स्कूल और कॉलेज बंद थे। ये प्रतिबंध अगले शुक्रवार को और बढ़ने या लॉकडाउन की संभावना है। पुणे के मेयर मुरलीधर मोहोल ने इस संबंध में एक सुझाव दिया है।