
पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर के अंग्रेजी मीडियम के स्कूल प्रबंधकों की मनमानी,पालकों की लूट,फीस न भरने पर छोटे बच्चों को ऑनलाईन से लॉक करने,सरकार के गाइडलाइन का पालन न करने जैसी विभिन्न शिकायतों के बाद मनपा शिक्षाधिकारी ज्योत्सना शिंदे ने अब तक 61 शिक्षा संस्थानों को नोटिस भेजा है। हायटैक स्कूल प्रबंधकों द्धारा हो रही लूट के विरुद्ध भाजपा-शिवसेना ने आवाज उठाई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता,विधायक चुप्पी साधे हुए है। भोसरी परिसर के स्कूलों की मनमानी को लेकर शिवसेना की महिला नेता सुलभा उबाले ने पालिका आयुक्त श्रावण हर्डीकर को पत्र देकर कार्रवाई की मांग की तो चिंचवड परिसर से भाजपा नगरसेवक शीतल शिंदे ने कल कई पीडित पालकों के साथ पत्रकार परिषद में एल्प्रो इंटरनेशनल स्कूल की मनमानी,लूट का पर्दाफाश किया और 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया है कि अगर कार्रवाई नहीं होती और स्कूल की मनमानी,दादागिरी नहीं रुकती तो स्कूल गेट के सामने आंदोलन करेंगे।
मामला चिंचवड के एल्प्रो इंटरनेशनल स्कूल का है। पालकों का आरोप है कि प्रबंधक की ओर से लॉकडाउन में फीस भरने का दबाव बनाया गया,फीस न भरने पर उनके बच्चों को ऑनलाइन से लॉक किया जाता है। विलंब से फीस भरने पर 85 रुपये प्रतिदिन दंड लगाया जाता है। स्कुल बंद होने के बाद भी ट्रान्सपोर्ट का पैसा लिया जाता है। खेल,प्रयोगशाला, व्यायामशाला आदि की कोई सुविधा ने देकर पूर्ण फीस वसूली का दबाव बनाया जा रहा है। एडवांस में सवा लाख रुपये तक फीस वसूली जा रही है। ग्लोबल इंडियन इंटरनेश्नल स्कूल के नाम पर 8000 विद्यार्थियों का प्रवेश लेकर अब उसका नाम एलप्रो इंटरनेश्नल स्कूल कर दिया गया।
हिंद चैरिटी ट्रस्ट संस्था के इस स्कुल व्यवस्थापन व जीआयआयएस के 12 एज्युकेश्न प्रा.लि. के बीच कानूनी लडाई चलने के कारण स्कूल का नाम बदला गया। नगरसेवक शीतल शिंदे ने कहा कि पालकों को प्रवेश के वक्त मर्सिडीज गाडी दिखाकर स्वीप्ट कार में बैठाया गया इस प्रकार से पालकों के साथ धोखाधडी हुई। नए प्रवेश प्रक्रिया शुरु है हम नए पालकों को अलर्ट करते है कि इस स्कूल में प्रवेश लेने से पहले एक बार पीडित पालकों से अवश्य मिले। पालकों के जनजागृति के लिए चौक चौराहों पर कटआऊट लगाया जाएगा।
पालकों की मांग है कि स्कूल सरकार के गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। फीस में 50% की छूट मिलना चाहिए। पीटीए और ईपीटीए के निर्मित संदर्भ में सविस्तार जानकारी और ईपीटीए के सदस्यों के नाम,संपर्क सविस्तार मिलना चाहिए। फोन करके पालकों की मानिसक प्रताडना रुकना चाहिए। ऑनलाईन क्लास में बकाया शुल्क वाले विद्यार्थियों के साथ भेदभाव,क्रूरता रुकना चाहिए। छात्रों को फीस न भरने पर ऑनलाइन से ब्लॉक नहीं करना चाहिए। सभी छात्रों को पूर्ण प्रवेश और स्थायी लॉगिन व्यवस्था होनी चाहिए। विलंब फीस पर प्रतिदिन 85 रुपये का दंड लगाने की परंपरा बंद होनी चाहिए।